नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली से भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ जैसा बड़ा फैसला केवल वही व्यक्ति कर सकता है जिसमें राजनीतिक इच्छा शक्ति हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका साहस दिखाया है और पूरा देश उनके इस फैसले के साथ है।
बिधूड़ी ने आज महरौली में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ विषय पर बुलाई गई आरडब्ल्यूए की बड़ी बैठक को संबोधित किया। इस संगोष्ठी में 50 से अधिक आरडब्ल्यूए के सैंकड़ों पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बाद में सभी ने एकमत से यह प्रस्ताव पारित किया कि देश में चुनावी सुधार के रूप में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लागू किया जाए। संगोष्ठी में इस संबंध में प्रदेश भाजपा द्वारा बनाई गई समिति के अध्यक्ष तथा इस कार्यक्रम के संयोजक विधायक गजेंद्र यादव ने भी विचार व्यक्त किए।
बिधूड़ी ने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली ने पिछले तीन सालों में तीन बड़े चुनाव देखे हैं जिनपर करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं। 2022 में नगर निगम चुनाव, 2024 में लोकसभा चुनाव और 2025 में विधानसभा चुनाव। इन चुनावों में देश भर में लोकसभा चुनावों पर 1.25 लाख करोड़ रुपए खर्च हुए। अगर सभी चुनाव एक साथ होते तो नगर निगम और विधानसभा चुनावों का खर्चा बच सकता था।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में हर साल कुछ विधानसभा चुनाव होते हैं। पांचों साल यह सिलसिला चलता रहता है और फिर लोकसभा चुनाव आ जाते हैं। इस तरह चुनावों का दौर कभी खत्म नहीं होता। आचार संहिता के कारण विकास के काम रुक जाते हैं। नेता केवल चुनावों में व्यस्त रहते हैं और देश के रचनात्मक कामों के लिए उनके पास कम समय होता है। अगर एक राज्य में चुनाव हों तो दूसरे राज्यों के बड़े नेता भी वहां व्यस्त हो जाते हैं। हर साल चुनावों के कारण परीक्षाओं में बाधा आती है क्योंकि चुनावों के लिए मतदान केंद्र अधिकतर स्कूलों में ही बनाए जाते हैं। इन सारी अव्यवस्थाओं का एक ही इलाज है कि पूरे देश में एक साथ चुनाव हों। आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने इस विचार से पूरी तरह सहमति जताई तथा प्रस्ताव पास करके भाजपा के अभियान को समर्थन दिया।
