अल्मावेकनिंग फाउंडेशन ने रचा इतिहास

नई दिल्ली – समावेशिता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अल्मावेकनिंग फाउंडेशन ने एमएस टॉक्स इवेंट्स के साथ मिलकर इंडिया फैशन रनवे 2025 (आईएफआर) में भारत के पहले दिव्यांग जागरूकता वॉक का आयोजन ली मेरिडियन, नई दिल्ली में सफलता पूर्वक किया।यह ऐतिहासिक आयोजन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि बदलाव का प्रतीक बना जहाँ दिव्यांगजन ने आत्मविश्वास, गरिमा और शक्ति के साथ मंच पर कदम रखा। फैशन, स्वास्थ्य, शिक्षा और मीडिया जगत के नामचीन डिज़ाइनर्स, इंफ्लुएंसर्स और चेंजमेकर्स के साथ उन्होंने इस रैम्प पर बराबरी से चलकर एक नई मिसाल कायम की।अल्मावेकनिंग फाउंडेशन की संस्थापक अल्मा चोपड़ा ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, यह शाम यिन और यांग की भावना को दर्शाती है संतुलन में शक्ति, एकता में सुंदरता और प्रतिनिधित्व में प्रभाव।\” उन्होंने आगे कहा,अल्मावेकनिंग में विविधता कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि हमारी धड़कन है। फैशन हमारी भाषा है और आज की रात, हम समावेशन के लिए गर्व से और जोर से बोल रहे हैं।इस इवेंट को सुपरमॉडल सालिक ज़ारगर ने कोरियोग्राफ किया, प्रसिद्ध डिज़ाइनर किंगशुक भादुरी (कामाख्या) ने स्टाइल किया और पूजा धनकड़ ने रचनात्मक निर्देशन किया। द राइजिंग विजार्ड्स और अल्मावेकनिंग फाउंडेशन की समर्पित टीम ने मिलकर इसे साकार किया।इवेंट में बोलते हुए अल्मा चोपड़ा ने कहा,फैशन केवल कपड़ों की बात नहीं, यह आवाज़ की बात है। और आज रात हमने सबसे जोरदार बयान दिया कि योग्यता वह है जो आँखों से नहीं, दिल से देखी जाती है।द राइजिंग विजार्ड्स के डॉ. चारु दत्त अरोड़ा ने कहा, \”हम रैम्प की रोशनी का उपयोग करके नजरिए को बदलना चाहते हैं सहानुभूति से सम्मान की ओर। यह कोई दया नहीं, यह गरिमा है।एमएस टॉक्स इवेंट्स के संस्थापक ऑथर शेरी ने कहा,इस साल आईएफआर केवल एक प्रदर्शन नहीं है यह एक क्रांति है। एक ऐसा मंच जहाँ उद्देश्य और गर्व एक साथ चलते हैं।

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